Agriculture Meaning In Hindi कृषि का मतलब या अर्थ बताये तो खेत में फसल उत्पादन करने की कला या प्रक्रिया को कृषि कहते है। पशुपालन, फसल उत्पादन, मधुमक्खी पालन, फल उत्पादन, मुर्गीपालन और मतस्य पालन को करने में तकनीक और विज्ञान सिद्धांतो का प्रयोग किया जाता है।
आज हम Rabi and kharif season और मिश्रित कृषि, Mixed farming, शिफ्टिंग खेती, Contour farming, रोपण कृषि, Strip cropping, संरक्षित खेती, Relay Cropping, Organic farming और कृषि वानिकी कृषि प्रकार की जानकारी देने वाले हैं। हमारा भारत देश (Agriculture in india) एक कृषि प्रधान देश है। और हमारे देश में विश्व की 2.4% भूमि खेती उपयोग में ली जाती है। खेती का लेटिन भाषा का अर्थ बताये तो Agri और Culture को मिला के बनता है। जिसमें एग्री का मतलब मृदा या भूमि और कल्चर का मतलब खेती करना यानी जोतना या खींचना होता है। आज हम भारत की एग्रीकल्चर यानी खेती बाड़ी की माहिती बताने वाले हैं। उसमे हम खेती क्या है ?उसके कितने प्रकार है ? सहकारी कृषि क्या है ? उसका महत्व (Agriculture supervisor) हिस्टोरी और उनके लाभ की जानकारी देने वाले है।
Agriculture Meaning in Hindi –
krishi kya hai ? हम आपको बता देगी कृषि की शुरुआत हजारों साल पहले हुई थी। कृषि की परिभाषा वैसे तो कृषि एक प्रकार की कला या विज्ञान है। जिसमें पशुधन और पौधों के जरिए मानव विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा और योगदान रहता है। जिनसे मानव सभ्यता को जिंदा रखना बहुत ही सरल होता है। एग्रीकल्चर मीनिंग इन हिंदी बयाये तो भूमि पर की जाने वाली समस्त प्रक्रिया को ही Agriculture कहते है। फसल उत्पादन पशुपालन व्यवसाय के लिए जो भी कला और विज्ञान का उपयोग किया जाता है इन्हें कृषि कहते हैं। जो हमारे भारत में हजारों वर्षों से चला आता एक पारंपरिक बिजनेस है। जिनसे अनाज दूध मत्स्य उद्योग और कई उद्योगों के कच्चे माल का उत्पादन किया जाता है।

आदिमानव के समय से चला आता यह धंधा आज सिर्फ जीवन निर्वाह का साधन ना रहते हुए। एक बड़ा बिजनेस बन चुका है। क्योंकि उन्हें बहुत अच्छी तरीके से किया जाए तो लोगों को अमीर भी बना सकता है। जिसके लिए आपको उसकी संपूर्ण जानकारी या ज्ञात होना बहुत ही आवश्यक है। जिससे आप बहुत अच्छी तरीके से खेती-बाड़ी या नहीं एग्रीकल्चर का काम कर सकते हैं। हिंदी भाषा में एग्रीकल्चर का मतलब एग्री या नहीं मृदु या धरती और कल्चर का मतलब जोतना या खींचना होता है। जिन्हें मिला के एग्रीकल्चर शब्द बनता है। जिन्हें कृषि कहते हैं भूमि पर किए जाने वाली सभी प्रक्रिया को कृषि या एग्रीकल्चर कहते हैं
Types of Agriculture – Agriculture Meaning in Hindi
- कृषि के मुख्य प्रकार –
- भूमध्य सागरीय कृषि
- स्थानान्तरणशील कृषि
- चावल प्रधान गहन निर्वाहन कृषि
- व्यापारिक पशुपालन
- प्रारम्भिक स्थायी कृषि
- चलवासी पशुचारण
- व्यापारिक बागाती कृषि
- चावल विहीन गहन निर्वाहन कृषि
- व्यापारिक शस्य व पशु उत्पादक कृषि
- व्यापारिक दुग्ध पशुपालन कृषि
- विशिष्टीकृत उद्यान कृषि
- व्यवस्थाव्यापारिक खाद्यान्न उत्पादन कृषि
- जीविकोपार्जन फसल व पशु उत्पादक कृषि
जायद –

कृषि का इतिहास देखे तो कई जगह रबी और खरीफ फसलों के उत्पादन में पुरे साल में कृत्रिम सिंचाई के जरिये कुछ जगहों में जायद खरीफ और जायद रबी दो श्रेणी में उगाया जाता है। वर्षा ऋतु के अंतिम समय में जायद खरीफ फसल को बोया जाता है। और दिसंबर से जनवरी में फसलों की कटाई होती है। जिसमे पत्तीदार सब्जियां, कपास, तिलहन, सरसों, ज्वार और चावल मुख्य है। लेकिन जायद रबी फसलों में लोबिया, ज्चार, मूंग, तरबूज, ककड़ी और खरबूजा को उगाते और उन्हें फरवरी से मार्च महीने में बोके अप्रैल से मई महीने में उनकी कटाई करदी जाती है।
स्थानबद्ध कृषि –
आपको बतादे की यह पद्धति के जरिये किसान अपने परिवार की खाद्य आवश्यक चीज़ो की पूर्ति के लिए खेती करता है। स्थानबद्ध कृषि में अर्थव्यवस्था स्थाई है। क्योकि उसमे शुष्क धान जैसे की गेहूं, तम्बाकू, मक्का, चोरे ज्वार और गन्ना की खेती होती है। और यह प्रकार की कृषि आंध्र प्रदेश, ओडीशा, मिजोरम, मध्य प्रदेश, असम, नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा और मणिपुर में होती है। कृषि के लिए भूमि का निर्माण ज्यादातर जंगलों में आग लगाकर किया जाता है। और स्थानबद्ध प्रकार की कृषि का समय चार से आठ साल या पांच से पन्द्रह रहता है। भारत के विभिन्न राज्यों में स्थानांतरण कृषि को अलग अलग नामों से जाना जाता है। मध्य प्रदेश में बीवर, मशान, पॅण्डा और बीरा ओडीशा में पोडू, केरल और आंध्र प्रदेश में पोणम, असम में झूम नाम से जानते है।

फसल ऋतुएं –
जिस स्थान पर कृषि के लिए मशीनों की आवश्यकता ज्यादा रहती है वह फसल ऋतुएं पद्धति को अपनाया जाता है। आपको बतादे की यह पद्धति में पैसे ज्यादा खर्च करने पड़ते है। उसके साथ यह भी बतादे की उसमे मुनाफा भी अधिक मिलता है। लेकिन यह फसल ऋतुएं पद्धति की खेती कुछ कम किसान ही करते है। बागवानी कृषि केजरिये ऐसे क्षेत्रों की खोज हमेशा जारी रहती है।

पूंजी आधारित कृषि –
आपको बतादे की Agriculture jobs पद्धति के जरिये एक निश्चित निवास स्थान और स्थायी रहकर अपने परिवार से साथ रहकर किसान कृषि-कार्य करता है। पूंजी आधारित कृषि प्रकार में किसान फसलों में परिवर्तन करते हुए खेती करता है। हमारे देश में अधिकांश किसान यही पद्धति को अपनाते हैं। क्योकि उसके साथ साथ ही किसान बैल और भैस को हल से जोतकर खेती करता था। मगर अब वैज्ञानिक पद्धति के साथ ट्रेक्टर का अविष्कार यही जानवरो के लिए एक वरदान साबित हुआ है।

रबी या शीत ऋतु की फसल –
कई फसलें विविधतापूर्ण जलवायु में उगाई जाती है। उन्हें रबी या शीत ऋतु की फसलें कहते है। बीज को उगाने और शुरुआती वृद्धि के लिए अल्प प्रकाश और ठण्डी जलवायु की जरुरत रहती है। लेकिन यही फसल को पकने के लिए दीर्घ प्रकाश और अधिक तापमान की जरुरत रहती है। यह फसल अक्टूबर से दिसंबर बोयी जाती और फरवरी से अप्रैल के समय में काटी जाती हैं। और उसमे अरहर, बरसीम, मसूर, सरसों, आलू, गेहूं, जौ, मटर और चना की फसले उगाई जाती है।

खरीफ या वर्षा ऋतु की फसल –
kharif meaning – हम आपको बतादे की हमारा भारत देश विविधताओं के साथ एकता का देश है। चाहे धर्म की हो मुल्क की हो या भाषा की हो लेकिन आज हम मौसम परिवर्तन की बात बताने वाले है। क्योकि सभी जगह पर जिस फसल को मौसम के आधार पर उगाया जाता है उन्हें खरीफ या वर्षा ऋतु की फसल कहते है। यह स्थानों पर अलग अलग ऋतुओं में अलग अलग फैसले उत्पादित होती हैं। और यहाँ तीन प्रकार की फैसले उगाई जाती है। जो समय समय पर बदल भी जाती है।
हमारे भारत में दक्षिण-पश्चिमी के मानसून विस्तारो में मई से जुलाई उगाई जाती उसके बाद सितंबर से लेकर अक्टूबर-नवम्बर तक काट के फसल ली जाती है। जिसमे ज्वार, बाजरा, धान, गन्ना और तम्बाकू को उगाया जाता है। यह रबी या शीत ऋतु की फसल का प्रकार यानि पद्धति है। भारत में या सामान्य यही पद्धति का उपयोग किया जाता है।

पशुपालन – Animal Husbandry
खेती करने के लिए आपको मुख्य रूप से जानवरो की जरुरत रहती थी। क्योकि हल जोतने के लिए मनुष्य प्राचीन समय से बेल भेस ऊंट और घोडा जैसे पालतू जानवरो से खेती करता आया है। और उनके पालन से उन्हें दूध घी मखान और छास जैसी जरूरते भी पूरी होती थी। ऐतिहासिक ग्रुप से खेती किसानों का मुख्य व्यवसाय रहा है। और प्राचीन काल से आधुनिक समय तक हर हमेशा उसका विकास हुआ है। किसानो को खेती के साथ साथ पशुपालन भी उनका एक व्यवसाय बना है। आज के समय में कई जगह आपको ज्यादा संख्या में गाय और भैंस देखने को मिलती है। हमारी अमूल देरी पुरे भारत की नंबर 1 डेरी बनी हुई है।
किसान पहले बेल भैंस ऊंट और हाथी जैसे जानवरों को जोड़कर भूमि को जोतता और कुए और सरोवरों से उनका उपयोग करके भूमि को सींचता था। लेकिन आज विज्ञान बहुत आगे बढ़ा हुआ है। जिसके चलते ट्रैक्टर का आविष्कार हुआ और हमारी खुशी को एक नई राह मिली जिनसे मानव परिश्रम और पशु परिश्रम को दूर करते हुए बहुत ही अच्छी और सफल कृषि का आविष्कार हुआ। तो दूसरी तरफ पानी सिंचाई के लिए भी कुएं में से पानी निकालने के लिए मोटर और लाइट की सुविधा डीजल इंजन और बांध की सुविधाओं से फसलों को पानी दिया जाता है।

कृषि दो प्रकार – Agriculture Meaning in Hindi
Sustainable agriculture – स्थायी कृषि
- कृषि में अधिक सिद्धांतों का प्रयोग करके उपसर्ग कृषि और उपसर्ग कृषि जो
- वातावरण के बीच का संबंध जिसे स्थाई कृषि कहते हैं।
- यह कृष में विविधता बनी रहती है समय के साथ बढ़ती भी है।
- स्थाई कृषि में प्राकृतिक पर्यावरण को बनाए रखना बहुत आवश्यक होता है।
- निरंतर कृषि प्रथाओं के लिए पारंपरिक सिद्धांतों का प्रयोग किया जाता है।
- उसमें बैटरी क्रॉपिंग या एक साथ फसलें लगाई जाती है।
- जिन्हें एक ही बार में काटी जाती है, जैसे किमकई, बीन और स्क्वैश को एक साथ रोपना, जिन्हे मोनो-क्रॉपिंग कहते है।
- उसमें एक साथ कहीं पौधे लगाए जाते हैं और कटाई अलग-अलग होती है।
Conventional agriculture – परंपरागत कृषि

- मिट्टी को पोषक तत्व प्रदान करने के लिए सेंद्रीय खाद या कुदरती खात डालना होता है।
- भूमि में अप्राकृतिक ऋषि प्रणाली को बनाए रखने के लिए बहुत सारा खर्च और ऊर्जा का प्रयोग होता है।
- फसलों को कीड़ों और जानवरों से बचा करने के लिए कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करना पड़ता है।
- लगाए जाने वाली फसलें तब तक फिर से नहीं उगती जब तक फिर से बोया ना जाए।
- प्राकृतिक पर्यावरण को बदलना पेड़ों को हटाना मिट्टी को ठीक करना बहुत जरूरी है।
- यह कृषि के लिए पौधों के लिए 1 समतल भूमि बनाए रखना और अयोग्यता को समाप्त करना जरूरी है।
History of Agriculture – Agriculture Meaning in Hindi
आपको बता दें कि कृषि प्रणाली हजारों वर्षों से चली जाती है। पहले आदिमानव जानवरों को शिकार करके और पेड़ पौधों को काटकर खाया करते थे। उन्हें कुछ ज्ञान हुआ और फल और बीज की नीचे गिरने से नई फसलों का उत्पादन होने लगा। तब से कृषि में कई बदलाव आए हैं, और आज एक वैज्ञानिक तरीके से खेती को देखा जाता है। जिससे उत्पादन में बहुत ही बदलाव के साथ बड़ोती हुई हैं जिसमें से कुछ ही उत्पादन नहीं किया जाता था उसी खेतों से आज लाखों रुपए कमाई की जाती है और उसके लिए हमें कुछ नियम और वैज्ञानिक कारण होगा ध्यान रखना आवश्यक होता है। इस प्रकार की कृषि के लिए पारिस्थितिक सिद्धांतों का उपयोग होता है। जिसमे उपसर्ग कृषि- कृषि के लिए और पारिस्थितिकी के लिए- जीवों और उनके वातावरण के बीच संबंध का विज्ञान उत्पन्न होता है।

Indian Agriculture – Agriculture Meaning in Hindi
आपको बता दें कि हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है। और हमारी 70 प्रतिशत जनसंख्या कृषि के व्यवसाय पर निर्भरित है। जिसमें भारत के कुल क्षेत्रफल में इसे 51% भूमि का प्रयोग खेती के लिए किया जाता है। 4 % भूमि जंगलों से भरी हुई है। हमारे भारत देश में कुल घरेलू उत्पाद में कृषि का मूल योगदान 16% कहा जाता है। उसी लिए भारत कृषि प्रधान और किसान को जगत के पिता का नाम दिया गया है।
Agriculture Meaning In Hindi –
Agriculture Interesting Fact –
- भारतीय कृषि में जैविक खेती मुख्य मॉडल नहीं है।
- विश्व भर में सेब की 6000 से अधिक प्रजातियां उगाई जाती हैं।
- फुटबॉल के मैदान के बराबर एक एकड़ जमीन होती है।
- हमारा प्यारा केला दुनिया की नंबर एक फल फसल कहा जाता है।
- 3.3 मिलियन फार्म ऑपरेटरों में से 30% महिलाएं हैं।
- 2002 की साल से महिला फार्म संचालकों में 20% की बढ़ौती हुई है।
- 75% से अधिक महिलाये फार्म संचालक और यही भूमि की मालिक हैं।
- दुनिया में सभी किसानों में से 70% महिलाएं भूमि की मालिक हैं।
- एम। एस। स्वामीनाथन को भारतीय कृषि विज्ञान का पिता (father of agronomy) माना जाता है।
- दुनिया की 40% जनसंख्या सिर्फ कृषि से अपना गुजरा करती है।
FAQ –
Q : कृषि का शाब्दिक अर्थ क्या है?
Ans : फसल उत्पादन, पशुपालन आदि की कला, विज्ञानं और तकनीक को कृषि कहते हैं।
Q : कृषि क्या है यह कितने प्रकार के होते हैं?
Ans : Mixed cropping, मिश्रित खेती, Shifting cultivation, समोच्च कृषि, Plantation farming, पट्टीदार खेती,
Conservative Agriculture, रिले क्रॉपिंग और Agro Forestry कृषि के प्रकार हैं।
Q : स्थानांतरित कृषि क्या है?
Ans : स्थानांतरित कृषि में मशीनों का प्रयोग नहीं करते वह सिर्फ निर्वाह के लिए ही फ़सलें उगाते है।
और एक स्थान पर टिक कर नहीं कर सकते है।
Q : स्थानांतरित कृषि का क्या आशय है?
Ans : भूमि कुछ हिस्सा कुछ समय के लिए फसल लेने के लिये उपयोग किया जाता है। उपज कम होने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है।
Q : रसदार फलों की खेती कहाँ की जाती है?
Ans : वाणिज्यिक कृषि को भूमध्य सागरीय कृषि पर करते है उन्हें एक उष्कृष्ट एव लाभकारी कृषि भी कहते है।

Conclusion –
आपको मेरा Agriculture Meaning In Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये हमने Agriculture business in hindi, मिश्रित कृषि और kharif and rabi crops से सम्बंधित जानकारी दी है।
अगर आपको अन्य किसी खेत उत्पादन के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है।
हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।
हमारी वेबसाइट के जरिये हम आपको निचे दिए विषयो पर विस्तार से बताने वाले है।
- Agriculture business ideas in hindi
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- Agriculture notes in hindi
- Agriculture gk in hindi
- importance of agriculture in hindi
- Agriculture in india in hindi
- जैविक खेती किसे कहते हैं ?
Note –

आपके पास कृषि कानून क्या है? की जानकारी या rabi and kharif crops list in hindi की कोई जानकारी हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो दिए गए सवालों के जवाब आपको पता है। तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इसे अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद
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