नमस्कार दोस्तों How To Start Mushroom Farming | Mushroom Ki Kheti में आपका स्वागत है। आज हम मशरूम की खेती कैसे करें | Mushroom Cultivation की संपूर्ण जानकारी बताने वाले है। यह विदेशी मशरूम उद्योग का एक आशाजनक भविष्य है। विदेशी मशरूम की खेती शेड, गैरेज और उपनगरों में होती है। मशरूम भोजन में एक बहुमुखी घटक के रूप में और एक प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में गति प्राप्त कर रहा है। क्योकि कई लोग घर पर खाना बनाने और व्यंजनों में मशरूम का प्रयोग करते है।
पिछले कुछ सालो में किसानों का रुझान मशरूम की खेती की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। मशरूम की खेती बेहतर आमदनी का जरिया बन सकती है। मगर कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी है। किसानो को बाजार में मशरूम का अच्छा दाम मिलता है। अलग-अलग राज्यों में किसान मशरूम की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। उसकी खेती में लागत भी बहुत कम लगती है। मशरूम की खेती के लिए किसान किसी भी कृषि विज्ञान केंद्र या कृषि विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण ले सकते हैं।
What is a Mushroom Farming? मशरूम फार्म क्या है?
आपको बतादे की मशरूम कवक है, जो कार्बनिक पदार्थों में विकसित होते हैं। मशरूम उगाने को फंगस कल्चर भी कहा जाता है। उसको उगाने का व्यवसाय मशरूम फार्म है। मशरूम एक तरह का पौधा जो मांस की तरह दिखाई देता है। मतलब आप उसको शाकाहारी पौधा तो नहीं कह सकते हैं। उसमे अधिक मात्रा में प्रोटीन और पोषक तत्व मौजूद होते हैं। उसमे विटामिन डी मुख्य है। उसके आकार बात करे तो एक छत्ते के आकार का होता है।

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मशरूम के फायदे एवम उपयोग
- उसको फ्राई कर आहार में शामिल कर सकते है।
- मशरूम की सभी किस्मों का उपयोग कई प्रकार के व्यंजनों में कर सकते है।
- मक्खन के साथ ग्रिल करके मशरूम को खा सकते है।
- शोरबा और सूप में मशरूम को उपयोग कर सकते है।
- मशरूम पाउडर का उपयोग सूप और सॉस बनाने कर सकते हैं।
- उसका पाउडर या मशरूम का उपयोग सैंडविच और ब्रेड को स्वादिष्ट बनाने कर सकते है।
- मशरूम का उपयोग पिज्जा टॉपिंग के रूप में किया जाता है।
- पिज्जा तैयार करते समय मशरूम के साथ पनीर और सब्जियों को मिला सकते हैं।
- मशरूम का उपयोग अंडे के साथ कर सकते है।
- मशरूम को दुरी सब्जियों के साथ उबालकर खा सकते है।
- कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली डाइट के तौर पर मशरूम का उपयोग किया जा सकता है।
- मशरूम का उपयोग करना स्तन और प्रोस्टेट कैंसर से बचने कर सकते है।
- मधुमेह रोगियों के लिए मशरूम के फायदे साबित होता है।
- प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर को संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में मदद करती है।
- मशरूम खाने से बढ़ते वजन को कम करने और नियंत्रित करने में मददगार मिलती हैं।
- हृदय की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाए रखने के लिए मशरूम के लाभ फायदेमंद हो सकते हैं।
- मशरूम का उपयोग करने से पेट की समस्याएं दूर होती है।
- मशरूम कई प्रकार के विटामिन से भरपूर होता है।
- खराब चयापचय की समस्याओं का सामना करने में फायदे मंद है।
- मशरूम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं।
- बालों को झड़ने से रोकने के लिए मशरूम के फायदेमंद है।

मशरूम के पोषक तत्व
पानी | कैलोरी |
कार्बोहाइड्रेट | वसा |
प्रोटीन | शुगर |
फाइबर | नियासिन |
राइबोफ्लेविन | थियामिन |
फोलेट | विटामिन बी |
विटामिन डी (डी 2+ डी 3) | विटामिन डी |
सोडियम | पोटैशियम |
कैल्शियम | आयरन |
मैग्नीशियम | फास्फोरस & जिंक |
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Mushroom Farming जलवायु
मशरूम तो आमतौर पर सर्दियों की फसल है यानि किसी भी प्रकार की मशरूम उत्पादन के लिए ठंडी जलवायु ही उपयुक्त होती है। मगर उस तकनीक का उपयोग करके किसान किसी भी मौसम में उत्पादन ले सकते हैं। क्योकि तकनीक से मशरूम के पौधों के लिए उपयुक्त तापमान दिया जा सकता है। उसके कारन किसानों को नुकसान होने की संभावना भी नहीं होती है। बटन मशरूम रबी के सीजन में उगाते है। उसके लिए अक्टूबर से फरवरी का समय अनुकूल होता है। मशरूम के लिए 22 से 25 सें.तापमान और 80 से 85 प्रतिशत नमी आवश्यक है।

Soil Requirement For Mushroom Farming भूमि और तैयारी
किसानो को मशरूम की खेती करने के लिए एक कमरे की जरुरत होती है। मगर आप चाहें तो लकड़ियों का एक जाल बनाकर भी उसके नीचे मशरूम उगाना सकते हैं। उसको अच्छे से ठीक करना जरुरी है।
How to make mushroom compost at home
मशरूम की खेती करने के लिए खाद की जरुरत होती है। उसके लिए आप गेहूं या धान के भूसे का उपयोग कर सकते है। उसके लिए भूसे को कीटाणु रहित बना होता है। उसमे मौजूद कीटाणु एवं अशुद्धियाँ दूर होन जरुरी है। ऐसा करने से मशरूम की फसल को उगने में कोई तकलीफ नहीं होती है। किसनो को 1500 लीटर पानी में 1.5 किलोग्राम फार्मलीन एवं 150 ग्राम बेबिस्टीन मिलाना होता है।
उस दोनों रसायन या कीटनाशकों को एक साथ मिलाना होता है। उसके बाद पानी में 1 कुंटल, 50 किलोग्राम गेहूं का भूसा डालकर अच्छे से मिलाना है। उसके बाद थोड़े समय के लिए ढक्कर रखना है। उसके बाद खाद या भूसा मशरूम उगाने तैयार होता है।

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Mushroom Plantation
पहले चरण के पश्यात भूसे को हवा में बाहर अच्छे से फैला लें क्योकि हवा के सम्पर्क में लाकर नमी को 50 प्रतिशत तक कम कर सके। उसके बाद आपको भूसे को बार-बार पलटना है। वह बुवाई करने के लिए तैयार होता है। 16 बाई 18 का एक पॉलिथीन बैग लेकर परतों के हिसाब से बुवाई करते हैं। जैसे की पहले भूसा उसके ऊपर बीज और इसी तरह से 3-4 परतें बना लेते हैं। उसमे ध्यान रखे की बैग के नीचे दोनों कोने पर छेद कर लें और उससे बचा हुआ पानी निकल जाये और पन्नी के बैग को कसकर बांध लेना है।
उससे उसमें कहीं भी हवा की गुंजाइस ना रहे। उसके बीज या भूसे का अनुपात हर एक परत में बराबर होना आवश्यक है। मगर मिल्की मशरूम में ही की जाती है। जबकि ऑरेस्टर मशरूम में मिक्स करने की तकनीकी का इस्तेमाल होता है। मतलब बिना परतों के ही मशरूम के बीज और भूसे को मिला दिया जाता है। बुवाई की प्रक्रिया समाप्त हो जाने के बाद पैकेट में कुछ छोटे-छोटे छिद्र कर दिए जाते है।
Mushroom Farming Advanced varieties उन्नत किस्में
वैज्ञानिकों केमुताबिक मशरूम की लगभग 10000 किस्में धरती पर मौजूद है।
- बटन मशरूम
- पैडी स्ट्रॉ
- स्पेशली मशरूम
- दवाओं वाली मशरूम
- धिंगरी या ओएस्टर मशरूम
- सफेद बटन मशरुम
- ढींगरी (ऑयस्टर) मशरुम
- दूधिया मशरुम
- पैडीस्ट्रा मशरुम
- शिटाके मशरुम
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मशरूम की खेती के लिए सरकारी सब्सिडी
वर्तमान समय में हरियाणा में मशरूम उगाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। मशरूम की खेती के लिए सरकार से ऋण देने की योजनाएं भी है। https://www.nabard.org वेबसाइट से किसान योजना की जानकारी ले सकते हैं। आपको एक व्यावसायिक प्रस्ताव बनाकर सरकारी कार्यालय में जाना होता है। उसमे आपको पैन कार्ड आधार कार्ड, निवासी प्रमाण पत्र और बैंक खाता की जानकारी देनी होती है।
ऐसा करने के बाद सरकार से सब्सिडी दी जाती है। अगर छोटे किसान चाहे तो एक मशरूम फल के थैले पर 40 % से 20 % तक सब्सिडी दी जाती है। और Mushroom cultivation government training यानि सब्सिडी के अलावा सरकार से मुफ्त प्रशिक्षण की सुविधा भी है।
How to sell mushroom in India
मशरूम की मांग सभी जगहों पर होती है। उसको बेचने के लिए अच्छे स्थानों में होटल और दवाएं कंपनियां मुख्य हैं। उसके साथ मशरूम का उपयोग ज्यादातर चाइनीज खाने में होता है। उसके लाभकारी गुणों के कारण उन्हें मेडिकल के क्षेत्र में उपयोग किया जाता है। उसके अलावा उसका निर्यात एवं आयात अनेक देशों में किया जाता है। यानि उसको बेचने के लिए अनेक क्षेत्र मौजूद है।

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Mushroom Farming Seed Storage
आपको बतादे की मशरूम के ताजे बीज कम्पोस्ट में अधिक तेजी से फैलते है। उससे बीजो से मशरूम जल्द ही निकलना आरम्भ हो जाते है। और उससे पैदावार में वृद्धि दिखाई देती है |मगर उसके बावजूद भी कई परिस्थियो में बीजो का भंडारण करना आवश्यक है। ऐसी परिस्थितियों में मशरूम के बीजो को 15 से 20 दिन तक रेफ्रीजरेटर में भंडारण कर ख़राब होने से बचा सकते है।
मशरूम की तुड़ाई, पैदावार और लाभ
मशरूम के बीज रोपाई के पश्यात 30 से 40 दिन के बाद मशरूम देने के लिए तैयार होते है। उसकी तुड़ाई के लिए मशरूम के डंठल को भूमि के पास से हल्का सा घुमाकर तोड़ा जाता है। उसके बाद बाज़ार में बेचने के लिए भेजते है। उसके अलावा मशरूम की कुछ किस्में को सुखाकर उनका पाउडर बना कर बेचते है। मशरूम का एक क्यूब 9 CM की ऊंचाई का होता है। मशरूम का बाज़ार भाव 200 से 300 रूपए किलो होता है। या उनका पाउडर बनाकर भी अच्छी कीमत से बेच सकते है।
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Mushroom Farming Guide Video
Interesting Fact
- किसान मशरूम की खेती में उसकी किस्मों की खेती साल भर कर सकते हैं।
- किसानों का रुझान मशरूम की खेती की तरफ तेजी से बढ़ा है।
- भारत के सभी राज्यों में किसान मशरूम की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
- भारत देश में मशरूम का उपयोग भोजन व औषधि के रूप में किया जाता है।
- कई राज्यों में मशरूम को कुकुरमुत्ता के नाम से भी जाना जाता है।
- मशरूम उत्पादन के लिए ठंडी जलवायु ही उपयुक्त होती है।
- मशरूम एक पौधा है जो मांस की तरह दिखाई देता है।
- वैज्ञानिकों के अनुसार मशरूम की 10000 किस्में हमारी धरती पर मौजूद है।
- भारतीय वातावरण में पांच प्रकार के खाद्य मशरुमों की खेती की जाती है।
FAQ
Q .मशरूम कहां बेच सकते है?
मशरूम की मांग होटल, दवा कंपनियां और चाइनीज खाने के क्षेत्र में बेच सकते है।
Q .मशरूम कितने रुपए किलो बिकता है?
मशरूम 12 हजार रुपए प्रति किलो से 30 हजार रुपए के भाव पर बिकते हैं।
Q .मशरूम कितने दिन में तैयार होता है?
मशरूम 2.5 से 3 महीने में तैयार हो जाता है।
Q .मशरूम की खेती कब और कैसे करें?
भारत में सर्दियों के समय में मशरूम की खेती कर या उगाया जाता है। साथ ही मशरूम को उगाने घास-फूस या फिर गेहूं एवं धान के भूसे की आवश्यकता होती है। उसको कीटनाशक दवाएं एवं उसका बीज भी खरीदना होता है।
Q .मशरूम का बीज कहाँ से मिलेगा?
किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र से मशरूम का बीज उपलब्ध होता है।
Conclusion
आपको मेरा How To Start Mushroom Farming | Mushroom Ki Kheti Kaise Karen बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये हमने Mushroom Farming training, Mushroom Farming in hindi और Mushroom Farming in india से सम्बंधित जानकारी दी है।
अगर आपको अन्य किसी खेत उत्पादन के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है।
Note
आपके पास Mushroom Farming project report या Mushroom Farming business की कोई जानकारी हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो दिए गए सवालों के जवाब आपको पता है। तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इसे अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।
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