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Onion Farming In India | Onion cultivation Guide | प्याज की खेती कैसे करें

नमस्कार दोस्तों Onion Farming In India | Onion cultivation Guide में आपका स्वागत है। आज हम प्याज की खेती कैसे करें | प्याज की खेती कब और कैसे करें | प्याज की उन्नत खेती | प्याज की वैज्ञानिक खेती की जानकारी बताने वाले है। भारत विस्व का दूसरा सबसे बड़ा प्याज उत्पादक देश है। भारतीय प्याज तीखेपन के लिए प्रसिद्ध और साल भर उपलब्ध रहते हैं। भारतीय प्याज में दो फसल चक्र होते हैं, पहली कटाई नवंबर से जनवरी में और दूसरी कटाई जनवरी से मई में होती है।

प्याज हार्डी कूल-सीजन एव वार्षिक फसल के रूप में उगाया जाता है। प्याज के बल्ब सफेद, पीला या लाल होता है। और फसल तैयार होने में 80 से 150 दिनों की जरुरत होती है। प्याज दुनिया भर के ज्यादातर लोगों की सबसे पसंदीदा सब्जियों में से एक है। प्याज उगाना बहुत आसान और लाभदायक है। भारत के मुख्य प्याज उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, बिहार, गुजरात, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और तमिलनाडु हैं।

Onion Farming Information

भारत देश के बाजारों मे पूरे साल प्याज की मांग रहने के कारन किसान प्याज की खेती के नवीनतम तरीकों से और अच्छा मुनाफा कमा सकता है। किसान अच्छी जल निकासी सुविधाओं के साथ रेतीली दोमट से लेकर चिकनी दोमट मिट्टी में प्याज की खेती कर सकते है। उसको उगाने के लिए पीएच 6.5 से 7.5 वाली जमीन जरुरी है। विश्व में प्याज की फसल लगभग 5.30 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में उगाई जाती है।

Onion cultivation Guide

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प्याज के खाने के फायदे एवम उपयोग

प्याज का रस रक्त शर्करा को नियंत्रित कर सकता है।

मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है।

प्याज का सेवन करने से मुंह के कैंसर से बच सकते है। 

कब्ज व गैस जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं।

प्याज में पाया जाने वाला क्वेरसेटिन गुण ह्रदय के लिए भी अच्छा है।

सल्फर यौगिक बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।

कच्चा प्याज मुंह के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। 

खाने पर आंखों की रोशनी तेज होती है।

प्याज के सेवन से पुरुषों की प्रजनन क्षमता में वृद्धि हो सकती है।

प्याज को खाने के कई तरीके हो सकते हैं। 

Types of Onion प्याज के प्रकार

  • पीला प्याज
  • मीठा प्याज
  • सफेद प्याज
  • लाल प्याज
  • शैलोट्स
  • हरा प्याज
  • लीक

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Onion Farming Images

प्याज के पोषक तत्व

ऊर्जा 

कार्बोहाइड्रेट 

प्रोटीन 

कुल वसा 

कोलेस्ट्रॉल 

डाइटरी फाइबर 

विटामिन

फोलेट 

नियासिन 

पैंटोथेनिक एसिड 

पाइरिडोक्सीन 

राइबोफ्लेविन 

थियामिन 

विटामिन-ए2 

विटामिन-सी 

विटामिन-ई 

इलेक्ट्रोलाइट्स

सोडियम 

पोटैशियम 

मिनरल्स

कैल्शियम

कॉपर 

आयरन 

मैग्नीशियम 

मैंगनीज 

फास्फोरस 

जिंक 

मफाइटो-न्यूट्रिएंट्स

कैरोटीन-बीटा 

क्रिप्टोक्सैंथिन-बीटा 

ल्यूटिन-जेक्सैंथिन

Onion Farming जलवायु

प्याज एक समशीतोष्ण फसल है। मगर उसे समशीतोष्ण, उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में उगाया जा सकता है। ठंड और गर्मी के चरम और अत्यधिक वर्षा के बिना हल्के मौसम में उगाना सबसे अच्छा रहता है। प्याज का पौधा कठोर होता है और युवा अवस्था में ठंड के तापमान का सामना कर सकता है। भारत में प्याज मैदानी विस्तारो में उगाया जाता है। लंबे समय तक चलने वाला प्याज पहाड़ियों में उगाया जाता है।

किसान को प्याज की वृद्धि के लिए कम प्रकाश अवधि के साथ कम तापमान की आवश्यकता होती है। मगर बल्ब के विकास और परिपक्वता के लिए अपेक्षाकृत उच्च तापमान के साथ लंबे समय तक प्रकाश अवधि की जरुरत होती है। बल्ब विकास के लिए तापमान 13 से 24˚C और 16 से 25˚Cरहना चाहिए। पौधे की अच्छी वृद्धि के लिए 70% सापेक्ष आर्द्रता की आवश्यकता होती है।

प्याज की फोटो गैलरी

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Soil Requirement For Onion Farming भूमि और तैयारी

प्याज को सभी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। मगर बलुई दोमट, चिकनी दोमट, गाद दोमट और भारी मिट्टी अच्छी है। प्याज की सफल खेती के लिए मिट्टी गहरी, भुरभुरी दोमट और अच्छी जल निकासी, नमी धारण क्षमता और पर्याप्त कार्बनिक पदार्थ वाली मिट्टी चाहिए। प्याज की फसल बोने से पहले जैविक खाद के प्रयोग से भारी मिट्टी पर सफलतापूर्वक उगाई जा सकती है।

प्याज की खेती के लिए खेत की तैयारी बहुत अच्छी होनी चाहिए। मिट्टी के प्रकार की परवाह किए बिना 6.0 से 7.5 पीएच रेंज की मिट्टी प्याज के लिए अच्छी है। प्याज की फसल अत्यधिक अम्लीय, क्षार और लवणीय मिट्टी और जल भराव की स्थिति के प्रति संवेदनशील होती है। ट्रेस तत्वों की कमी, या अल या एमएन विषाक्तता के कारण प्याज 6.0 से नीचे पीएच वाली मिट्टी में नहीं पनपते हैं।

Onion Farming Advanced varieties उन्नत किस्में

भीमा श्वेता

भीमा डार्क रेड

एन -53

भीमा सुपर

भीमा रेड

लाइन 883

भीमा शुभ्रा

एग्रीफाउंड डार्क रेड

भीमा सफेद

Onion Farming में रोपण

प्याज की बुवाई खरीफ मौसम में बीज से पौधा बनाकर मई के अन्तिम सप्ताह से लेकर जून तक करते हैं। अगर खरीफ में हरी प्याज लेनी हो तो कन्दों को अगस्त माह में बोना चाहिए। प्याज की खेती के लिए बीज को जनवरी में या फरवरी के प्रथम सप्ताह में बोए। रबी फसल के लिए नर्सरी में बीज की बुवाई नवम्बर-दिसम्बर में करनी जरुरी है। एक हेक्ट फसल लगाने 8-10 किग्रा बीज जरुरी है। पौधे एवं कन्द तैयार करने बीज को क्यारियों लगते है। वह 3×1 मीटर आकर की होती है। वर्षाकाल में अच्छी जल निकास वाली क्यारिया बनानी चाहिए।

नर्सरी में खरपतवार निकालने एव दवा डालने बीजों को 5-7 सेंटीमीटर की दूरी पर 2-3 सेंटीमीटर गहराई पर बोना रहता है। क्यारियों की मिट्टी को बुवाई से पहले भुरभुरी करनी चाहिए। पौधों के आद्र गलन बीमारी से बचाने बीज को ट्राइकोडर्मा विरिडी या थिरम से उपचारित कर दे। पौधा 7-8 सप्ताह में रोपाई योग्य होता है। खरीफ फसल में रोपाई का समय जुलाई के से लेकर अगस्त में है। प्याज की कन्दों से बुवाई में 45 सेंटीमीटर की दूरी दोनों तरफ करते हैं।

Onion Farming Photos

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Onion Farming में सिंचाई

प्याज की सिंचाई की आवश्यकता मौसम, मिट्टी के प्रकार, सिंचाई की विधि और फसल की उम्र पर निर्भर होती है। प्याज को रोपाई के समय, रोपाई के तीन दिन बाद और बाद में मिट्टी की नमी के आधार पर 7-10 दिनों के अंतराल पर सिंचाई की जरुरत होती है। खरीफ फसल को 5-8 सिंचाई की जरुरत होती है। रबी की फसल को 12-15 सिंचाई की जरुरत होती है। प्याज एक उथली जड़ वाली फसल होने के कारण, उचित वृद्धि और बल्ब विकास के लिए इष्टतम मिट्टी की नमी बनाए रखना चाहिए।

फसल पक जाती है तो सिंचाई बंद कर देनी चाहिए। ड्रिप और माइक्रो स्प्रिंकलर सिंचाई जैसी आधुनिक सिंचाई तकनीकें सिंचाई के पानी को बचाने में मदद करती हैं। वह बल्ब की उपज में ज्यादा सुधार करती हैं। ड्रिप सिंचाई में रोपाई को 15 सेमी ऊंचाई के चौड़े बेड फ़रो और 45 सेमी फ़रो के साथ 120 सेमी ऊपर की चौड़ाई में 10 x 15 सेमी की दूरी पर लगाए । माइक्रो स्प्रिंकलर में माइक्रो स्प्रिंकलर के दो लेटरल के बीच की दूरी 6 मीटर होनी चाहिए।

Onion Farming Manures and Fertilizers

फर्टिगेशन ड्रिप सिंचाई से उर्वरक लगाना एक कुशल तरीका है। उसका उपयोग सिंचाई के पानी और फसल पोषक तत्वों के वाहक के रूप में किया जाता है। योग्य बल्ब उपज और लाभ प्राप्त करने के लिए उर्वरक @ एनपीके 40:40:60 किग्रा / हेक्टेयर बेसल के रूप में और शेष 70 किग्रा एन को ड्रिप सिंचाई के माध्यम से सात भागों में लगाना चाहिए। फर्टिगेशन में उर्वरक पोषक तत्व केवल जड़ क्षेत्र में ही लगाए जाते हैं।

प्याज की खेती कैसे करें

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Onion Farming Weed control

प्याज की खेती में खरपतवार नियंत्रण करने मजदूरों या रासायनिक दवाओं का प्रयोग कर सकते है। उससे किसान अनावश्यक खरपतवार को हटा सकते हैं। किसान मजदूरों से खरपतवार निकलता है तो दो बार खुरपी से मिट्टी हटा देना चाहिए। उसके साथ रासायनिक दवा में किसान Adama Dekel Herbicade को डाल सकते हैं। खरपतवार नाशक पौध की रोपाई के 3 दिन पश्चात 750 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना बहुत प्रभावी और उपयुक्त पाये गये हैं। फसल को खरपतवारों से मुक्त रखने 3 से 4 निराई-गुडाई की आवश्यकता होती है। 

प्याज की कटाई और उपज

किसान जिस उद्देश्य के लिए फसल लगाई जाती है उसके आधार पर प्याज की कटाई होती है। सूखे प्याज के लिए पांच माह में कटाई के लिए तैयार होती है। हरी प्याज के लिए तीन महीने में तैयार हो जाती है। प्याज के पत्तों के से विकसित होने वाले बल्ब बन जाते हैं। तो पत्तेदार हरे से पीले होने लगते हैं। फसल में सभी प्याज एक ही समय में परिपक्व नहीं होते हैं। खरीफ के मौसम में पत्तियों का रंग पीला होता है। उसके बाद बल्बों की कटाई की जाती है। रबी प्याज की कटाई का सबसे अच्छा समय 50% शीर्ष गिरने के एक सप्ताह बाद है।

फसल को उठाने से पहले कांटा या कुदाल से बल्बों को ढीला करके काटा जाता है। कटी हुई फसल को कुछ दिन खेत में छोड़ते है जब तक सूख न जाए। हरे बल्बों को धूप की कालिमा से बचाने के लिए ढँक दें। रबी मौसम में सिंचित प्याज की फसल 25-30 टन/हेक्टेयर की उपज देती है। प्याज को अच्छी हवादार जगह पर संग्रहित कर सकते है। जिसमें बहुत अधिक वातन और धूप होती है। 

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Onion cultivation Guide Video

Interesting Fact

  • प्याज की खेती भारत में सभी राज्यों मे होती है। 
  • प्याज की खेती के नवीनतम तरीकों से अच्छा कमा सकता है। 
  • भारत में उगाई जाने वाली फसलों में प्याज का स्थान महत्वपूर्ण है। 
  • प्याज एक महत्वपूर्ण सब्जी एवं मसाला फसल है
  • प्याज में बहुत से औसधीय गुण पाये जाते है।
  • उत्तर भारत में अधिकतर रबी के मौसम में ही उगाया जाता है। 
  • पौधों की वृद्धि के लिए ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है। 
  • रबी की प्याज की खेती उत्तम और भरोसेमंद मानी जाती है।

FAQ

Q .प्याज क्या हैं?

प्याज एक महत्वपूर्ण सब्जी एवं मसाला फसल है। 

Q .प्याज की खेती सबसे ज्यादा कहां होती है?

मध्य प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक प्रदेश है।

Q .प्याज की खेती कितने दिन की होती है?

120 से 140 दिन

Q .प्याज की नर्सरी कितने दिन में तैयार हो जाती है?

40 से 45 दिन

Q .प्याज के बीज कैसे बोए जाते हैं?

नर्सरी में प्याज के 3 से 3.5 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की लगते है। 

Q .प्याज का वैज्ञानिक नाम क्या है?

Nigella

Q .प्याज खाने का बेहतर तरीका क्या है?

आप प्याज को कच्चा खाते हैं या फिर पका कर खाते हैं।

Q .प्याज की खेती कौन से महीने में होती है?

प्याज की बुवाई आमतौर पर नवंबर के अंतिम सप्ताह में की जाती है।

Q .1 एकड़ में प्याज कितने कुंटल निकलती है?

प्रति एकड़ की पैदावार क्षमता 20 टन से भी अधिक होती है। 

Conclusion

आपको मेरा Onion Farming In India | Onion cultivation Guide बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा। 

लेख के जरिये हमने Onion farming tips, Onion plant और Onion farming in india in hindi से सम्बंधित जानकारी दी है।

अगर आपको अन्य किसी खेत उत्पादन के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है।

Note

आपके पास Onion seeds price, Onion bulb या Small onion farming की कोई जानकारी हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो दिए गए सवालों के जवाब आपको पता है। तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इसे अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।

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