नमस्कार दोस्तों Polyhouse Farming in Hindi में आपका स्वागत है। आज हम भारत में उच्च तकनीक वाली खेती पॉलीहाउस प्रौद्योगिकी | Polyhouse kya hai | पॉलीहाउस सब्सिडी, लागत, लाभ | पॉलीहाउस खेती की लागत प्रति एकड़ | यानि कुल मिलाके हम आपको पॉली हाउस में खेती करने की पूरी जानकारी बताने वाले है। पॉलीहाउस खेती धीरे-धीरे हमरे देश में लोकप्रिय हो रही है। पॉलीहाउस की खेती से किसान काफी हद तक ज्यादा मुनाफा कमा सकता है। मगर बहुत से लोग ऐसे हैं जिसको पॉलीहाउस या ग्रीनहाउस की जानकारी नहीं है।
वाणिज्यिक पॉलीहाउस खेती भारत देश के लिए नई है। पॉलीहाउस खेती की लागत प्रति एकड़ जमीन पर बताई जानी चाहिए और तय की जानी चाहिए। सभी बातों को देदेखे तो पॉलीहाउस खेती का लाभ मार्जिन बहुत अधिक होता है। उसमे सब्जियों की खेती के लिए कई तरह की तकनीकें हैं। मगर पॉलीहाउस की खेती का लाभ खुली खेती से कई गुना ज्यादा हैं। आज हम हमारे आर्टिकल में आपको पॉलीहाउस और इसके लाभों के बारे में बताएंगे। जिससे किसान उसकी जानकारी का उपयोग कर सके तो चलिए शुरू करते हैं।
What is Polyhouse पॉलीहाउस क्या है
ग्रीनहाउस कांच या पॉलीहाउस या या पॉलीइथाइलीन जैसी पारभासी सामग्री से बना खेती या बागबानी का एक घर या संरचना है। उस घर या संरचना में पौधे नियंत्रित जलवायु परिस्थितियों में विकसित होते हुए बढ़ते हैं। उसकी संरचना का आकार जरुरत के अनुसार छोटे झोंपड़ियों से बड़े आकार के भवनों में अलग अलग हो सकता है। उसके सबसे ऊपर एक ग्रीनहाउस एक कांच का घर होता है। उसके आंतरिक भाग धूप की किरणों के संपर्क में आने पर गर्म हो जाता है। क्योंकि घर ग्रीनहाउस गैस को निकलने से रोकता है। उसकी वजह से बाहर ठंड या गर्म वातावरण हो फिरभी अंदर का तापमान पौधों के लिए अनुकूल और गर्म होता है।

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Polyhouse Farming And Greenhouse Difference
पॉलीहाउस वैसे तो एक प्रकार का ग्रीनहाउस या ऐसा भी कह सकते हैं कि यह ग्रीनहाउस का एक छोटा संस्करण जैसा है। उसमे पॉलीथीन का प्रयोग उसको कवर के रूप में होता है। हमारे देश में उसके निर्माण की कम लागत और आसान रखरखाव केलिए पॉलीहाउस खेती एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय ग्रीनहाउस तकनीक है। लैथ हाउस एक और ग्रीनहाउस तकनीक है। उसमे लकड़ी का उपयोग कवर के रूप में किया जाता है। ग्रीनहाउस की तुलना में पॉली हाउस सस्ता होता है। और ग्रीनहाउस की तुलना में अधिक समय तक चलने वाला होता है।

Crops grown in Polyhouse पॉलीहाउस में उगाई जाने वाली फसलें
- सब्जियां में गोभी, करेला, शिमला मिर्च, मूली, फूलगोभी, मिर्च, धनिया, प्याज, पालक और टमाटर ऊगा सकते हैं।
- फलो में किसान पपीता, स्ट्रॉबेरी आदि फल उगा सकते हैं।
- कार्नेशन, जरबेरा, गेंदा, आर्किड और गुलाब जैसे फूल भी आसानी से उगा सकते हैं।
Construction of Polyhouse पॉलीहाउस का निर्माण
किसानों को ऊँची जमीन को पसंद करना जरुरी है। जिसमे जल निकासी का उचित व्यवस्था यानि जल जमाव का समस्या नहीं होनी चाहिए। पॉलीहाउस बनाए वहाँ आने जाने का रास्ता अच्छा होना चाहिए। क्योकि पॉलीहाउस से प्राप्त उत्पादों को बहार निकलने में कोई परेशानी ना हो। उसके अलावा पॉलीहाउस मे फसलों की सिचाई के लिए पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। पॉलीहाउस मे सिचाई के लिए ड्रिप सिचाई अच्छी है। क्योंकि ड्रिप सिचाई से आप फसलों मे उर्वरक डालाना भी आसान हो जाता है।

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Types of Polyhouse पॉलीहाउस के प्रकार
- Saw tooth polyhouse
- Maxi-vent polyhouse
- Fan and pad polyhouse
- Poly-tunnel
Naturally ventilated polyhouse (प्राकृतिक रूप से हवादार पॉलीहाउस) यह प्रकार के पॉलीहाउस या ग्रीनहाउस का उपयोग किसान फसलों को खराब मौसम की स्थिति, प्राकृतिक कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए करते है। उसमे पर्याप्त वेंटिलेशन और फॉगर सिस्टम के अलावा कोई पर्यावरण नियंत्रण प्रणाली नहीं देखने को मिलती है। लकङी निर्मित पॉलीहाउस पॉलीहाउस को बनाने मे ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं होती है। क्योकि उसको बाँस या लकङी से तैयार करते है । यह पॉलीहाउस में कम उपकरणों का उपयोग होता है। उसमे सिर्फ प्राकृतिक रूप से वातावरण को नियंत्रित करते है।
Environmental controlled polyhouse (पर्यावरण नियंत्रित पॉलीहाउस) – यह प्रकार के पॉलीहाउस या ग्रीनहाउस का उपयोग किसान फसलों की बढ़ती अवधि को बढ़ाने या प्रकाश, तापमान, आर्द्रता को नियंत्रित करके ऑफ-सीजन में अच्छी उपज के लिए करते है। लोहे की पाइप से निर्मित यह संरचना लकङी निर्मित पॉलीहाउस की तुलना मे ज्यादा खर्च आता है। यह पॉलीहाउस का ढाँचा लोहा का बना होता है। यह ढांचे में कई तरह के उपकरणों का उपयोग होता है। और तापमान, आर्द्रता को नियंत्रित करने वाले उपकरण होते है।

Benefits of Polyhouse Farming पॉलीहाउस खेती के लाभ
- पॉलीहाउस में कीट और कीट ना के बराबर होते हैं।
- बाहरी जलवायु का आपकी फसलों की वृद्धि पर कोई असर नहीं होता है।
- पॉलीहाउस में फसल की उपज और गुणवत्ता अच्छी होती है।
- पॉलीहाउस में सजावटी फसलों का प्रचार भी बहुत अच्छे से कर सकते है।
- साल भर कोई भी फसलें उगा सकते हैं और मौसम के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता है।
- पॉली हाउस कोई भी मौसम में पौधों को पर्यावरणीय सुविधाएं देता है।
- पॉली हाउस से फसल की पैदावार 5 से 10 गुना तक बढ़ सकती है।
- उर्वरक को ड्रिप सिंचाई की मदद से स्वचालित रूप से दाल सकते है।
- कम भूमि मे अधिक उपज लेकर अच्छी मुनाफा कामने का एक अच्छा जरिया है।
- पॉली हाउस प्रति इकाई क्षेत्र उत्पादन, उत्पादकता एवं गुणवत्ता को बढ़ा देता है।
- पॉली हाउस में वर्ष भर उत्पादन ले सकते है।
- पूरे वर्ष सब्जियों का उत्पादन, पुष्प उत्पादन, पौधारोपण कर सकते है।
- पॉलीहाउस के निर्माण मे खर्च ज्यादा होता है। लेकिन बेमौसम सब्जियों से अच्छे दाम मिलते है।

Disadvantages of Polyhouse farming
- फसल के उत्पादन में लागत बहुत ज्यादा है।
- शुरुआती समय में ज्यादा पैसे की आवश्यकता होती है।
- पॉलीहाउस खेती उच्च रखरखाव वाली खेती है।
- उसके लिए निरंतर सतर्कता की आवश्यकता होती है।
- पॉलीहाउस चलाने के लिए तकनीकी ज्ञान बहुत जरुरी है।
- दैनिक गतिविधियों के लिए एक कुशल पर्यवेक्षक और प्रशिक्षित श्रमिकों की जरुरत है।
- पॉलीहाउस खेती अधिक उर्वरकों और कीटनाशकों पर निर्भर है।

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Estimated Cost for build poly house पॉली हाउस बनाने की लागत
किसानो को 1000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में पॉली हाउस बनाने में 10 लाख रुपये का खर्चा करना होता है। अगर किसान 4000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में प्लांट लगाना चाहता है। तो उसमे 35 लाख रुपया खर्च करना होता है। उसके लिए आपको भारत सरकार की और से बैंक की लोन भी दिया जाता है। अगर कोई छोटे किसान पॉली हाउस बनाना चाहते हैं। तो वह बना सकता है। उसमे ज्यादा पैसे की जरुरत नहीं होता है। पहले खर्च जरूर है। लेकिन मुनाफा भी उतना ज्यादा है।
Polyhouse Farming की सावधानियां
- पॉली हाउस जमीन से थोड़ा ऊंचाई पर उठा होना चाहिए
- प्लांट में नमी या जल नही रुकना चाहिए।
- जमीन की ढाल होनी चाहिए कि क्योकि पानी पॉली हाउस से दूर रहें।
- पॉली हाउस बाजार से कम दूर और साधन की सुविधा होनी चाहिए।
- पॉली हाउस के पास बड़ा पेड़ या छाया नही रहनी चाहिए।
- बाजार की मांग के मुताबिक फसल उगाना चाहिए।

Action plan to start poly house farming
पॉली हाउस में खेती करने के लिए प्रशिक्षण लेना जरुरी है। उसके लिए कृषि अधिकारी, नजदीकी कृषि विज्ञान केन्द्र या कृषि विश्वविद्यालय का संपर्क कर सकते है। उसके अलावा आप एक सफल किसान की सहायता ले सकते है। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के माध्यम से पॉली हाउसों को बढ़ावा राज्य सरकारों से किया जाता है। पॉली हाउस बनाने के लिए सरकार 47-65 % तक सब्सिडी देती है। उसमें अलग अलग राज्यों में सब्सिडी अलग होती है।
Subsidy on polyhouse पॉलीहाउस पर सब्सिडी
हमारे देश की केंद्र सरकार एव राज्य सरकार किसानों के फायदे और विकास के लिए। किसानों को पॉलीहाउस बनाने में अनुदान की सुबिधा देती है। उस लोन एव सब्सिडी का लाभ लेकर किसान पॉलीहाउस का निर्माण कर सकते है। पॉलीहाउस बनाने मे ज्यादा पैसे लगते है। उसके लिए आप कृषि अधिकारी, नजदीकी कृषि विज्ञान केन्द्र या कृषि विश्वविद्यालय से जानकारी ले सकते है।

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Polyhouse Farming Video
Interesting Fact
- पॉलीघर (पॉलीहाउस) बनाने से पहले पॉलीहाउस खेती की फसल देखनी बहुत जरुरी है।
- पॉली हाउस खेती के माध्यम से ऑफ सीजन में सब्जियों तथा फूलों की खेती कर सकते है।
- पॉलीहाउस खेती के लिए भारत सरकार, राज्य सरकार से सब्सिडी और तकनीकी सहायता मिलती है।
- बैंक ऋण और सब्सिडी प्राप्त करने में दस्तावेज के लिए परियोजना रिपोर्ट जरुरी है।
- परियोजना से पहले एक संपूर्ण तकनीकी ज्ञान, वित्तीय विश्लेषण और विपणन सर्वेक्षण करना चाहिए।
FAQ
Q .पोली हाउस फार्मिंग क्या है?
पॉली हाउस खेती के लिए एक घर या कांच या पॉलीइथाइलीन जैसे पारदर्शी सामग्री से बना ढांचा है।
Q .पोली हाउस फार्मिंग कैसे करे?
पोली हाउस खेती करने के लिए पहले पोलीहाउस लगाने वाली कंपनी से संपर्क करना होता है।
Q .पोली हाउस कैसे लगवाए?
आप पोलीहाउस लगाने वाली कंपनी से संपर्क करके लगा सकते है।
Q .पॉलीहाउस तकनीक क्या है?
पॉलीघर या पॉलीहाउस पॉलीथीन से बना एक रक्षात्मक छायाप्रद घर है।
Q .पॉलीहाउस में कितना खर्चा आता है?
प्लांट जमीन के आकर के मुताबिक पोली हाउस की कीमत 15 लाख से 45 लाख तक के बीच रहती हैं।
Conclusion
आपको मेरा Polyhouse Farming in Hindi बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा।
लेख के जरिये हमने Polyhouse Cultivation, Poly house in hindi और Polytunnel से सम्बंधित जानकारी दी है।
अगर आपको अन्य किसी खेत उत्पादन के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है।
Note
आपके पास Polyhouse price, Polyhouse design या Precision farming की कोई जानकारी हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो दिए गए सवालों के जवाब आपको पता है। तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इसे अपडेट करते रहेंगे धन्यवाद।
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